Book Name:Hazrat Musa Ki Shan o Azmat

          प्यारी प्यारी इस्लामी बहनो ! बयान कर्दा वाक़िए़ से मालूम हुवा ! राहे ख़ुदा में तक्लीफे़ं और आज़माइशें बरदाश्त करना येह अल्लाह वालों का मामूल रहा है । जैसा कि अभी हम ने सुना कि ईमान लाने के बाद अल्लाह पाक की एक नेक बन्दी को उन के बदबख़्त शौहर फ़िरऔ़न ने बहुत ज़ियादा सताया लेकिन क़ुरबान जाइए ! उन की हिम्मत, उन के सब्र, जज़्बे और जोशे ईमानी पर कि दर्दनाक तक्लीफे़ं तो बरदाश्त कर लीं, जान देना भी गवारा कर लिया मगर ईमान की दौलत हाथ से न जाने दी । लिहाज़ा जिन इस्लामी बहनों को उन के घरवाले या रिश्तेदार सुन्नतों को अपनाने और मदनी माह़ोल से वाबस्ता होने की वज्ह से सताते हैं, मारते हैं, त़ाने देते हैं या जान से मार डालने की धमकियां देते हैं । यूंही वोह इस्लामी बहनें जो पेहले कुफ़्र की वादियों में भटक रही थीं और अल्लाह पाक के फ़ज़्लो करम से अब इस्लाम क़बूल कर चुकी हैं, जिस के सबब घरवाले या रिश्तेदार तंग करते हैं, उन्हें भी ह़ज़रते आसिया رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا के इस वाक़िए़ से दर्स ह़ासिल करते हुवे राहे ह़क़ में आने वाली आज़माइशों पर दिल छोटा करने के बजाए सब्रो इस्तिक़ामत के साथ डटे रेहना चाहिए । इस के इ़लावा अल्लाह पाक से ख़ुलूसे दिल के साथ दुआ़ भी मांगते रेहना चाहिए, हरगिज़ येह नहीं सोचना चाहिए कि मैं ने तो किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा, किसी को नहीं सताया, तो मुझे क्यूं सताया जा रहा है ? वग़ैरा । यूंही बाज़ नादान इस्लामी बहनें ऐसे मौक़अ़ पर कुफ़्रिय्या अल्फ़ाज़ तक भी बक देती हैं ।

          ज़रा सोचिए ! ह़ज़रते आसिया رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا ने किस को सताया था ? इसी त़रह़ हमारे प्यारे नबी صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّم ने किस को सताया था ? मगर फिर भी आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّم पर ज़ुल्मो सितम के पहाड़ तोड़े गए कि सुन कर बदन के रोंगटे खड़े हो जाते और आंखें अश्कबार हो जाती हैं । यूंही सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان और औलियाए उम्मत رَحْمَۃُ اللّٰہِ عَلَیْہِمْ اَجْمَعِیْن को भी राहे ह़क़ में इतना सताया गया कि आंखें अश्कबार हो जाती हैं । लिहाज़ा राहे ह़क़ में आने वाली तक्लीफ़ों को हंसी ख़ुशी बरदाश्त करते हुवे शिक्वे शिकायात करने या कुफ़्रिय्या अल्फ़ाज़ बोलने के बजाए अल्लाह वालों पर आने वाली मुसीबतों और आज़माइशों के वाक़िआ़त को ज़ेहन में रखते हुवे अपना सफ़र जाती रखिए । अल्लाह करीम हमें ह़ज़रते मूसा عَلَیْہِ السَّلَام के सदके़ व त़ुफै़ल इस्लाम और आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी के मदनी माह़ोल पर मज़बूत़ी के साथ इस्तिक़ामत नसीब फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِّ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّم

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

ह़ज़रते मूसा عَلَیْہِ السَّلَام की शानो अ़ज़मत की चन्द झल्कियां

          प्यारी प्यारी इस्लामी बहनो ! ٭ अल्लाह पाक के प्यारे नबी, ह़ज़रते मूसा عَلَیْہِ السَّلَام इन्तिहाई शानो शौकत वाले नबी हैं । ٭ क़ुरआने करीम के कई पारों और आयाते मुक़द्दसा में बड़े शानदार अन्दाज़ के साथ आप का ज़िक्रे ख़ैर बयान हुवा है । ٭ आप का नामे मुबारक क़ुरआने करीम में 136 बार ज़िक्र किया गया है । ٭ आप को अल्लाह पाक की त़रफ़ से एक आसमानी किताब “ तौरात “ अ़त़ा की गई । ٭ आप ने अल्लाह पाक से कई मरतबा कलाम करने का शरफ़