Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal

          मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! जहन्नम में ले जाने वाले आ'माल की मा'लूमात ह़ासिल करने और उन गुनाहों के अ़ज़ाबात पर मुश्तमिल वई़दें जानने के लिये मक्तबतुल मदीना की किताब "जहन्नम में ले जाने वाले आ'माल" का मुत़ालआ़ कीजिये, اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ बेह़द फ़ाइदा होगा ।

          येह किताब जहन्नम में ले जाने वाले आ'मालअ़ल्लामा अबुल अ़ब्बास अह़मद बिन मुह़म्मद बिन अ़ली बिन ह़जर मक्की शाफे़ई़ हैतमी عَلَیْہِ رَحمَۃُ اللّٰہ ِالْقَوِی की पुर असर तालीफ़ "अज़्ज़वाजिर" का उर्दू तर्जमा है । अ़ल्लामा इबने ह़जर मक्की عَلَیْہِ رَحمَۃُ اللّٰہ ِالْقَوِی ने इस किताब में गुनाहों की अक़्साम बित्तफ़्सील बयान फ़रमाई हैं और हर उस क़ौल व फ़े'ल को शामिल करने की कोशिश फ़रमाई है जो रब्बुल आ़लमीन की नाराज़ी का बाइ़स बन सकता है । इस किताब में ज़ाहिरी व बात़िनी हर दो क़िस्म के गुनाहों का बयान है । पहली जिल्द में तक़रीबन 240 गुनाहों का तज़किरा है, जिन में से 67 बात़िनी और 173 ज़ाहिरी गुनाह हैं, जिन में से चन्द एक येह हैं : शिर्के अक्बर, शिर्के असग़र या'नी रियाकारी, ह़सद, कीना, तकब्बुर, ख़ुद पसन्दी, मिलावट, मुनाफ़क़त, ह़िर्स व त़मअ़, उमरा की उन की अमारत की वज्ह से ता'ज़ीम करना और ग़ुरबा की उन की ग़ुर्बत की वज्ह से तज़्लील करना, ना शुक्री, बद गुमानी, मा'सिय्यत पर इसरार, अल्लाह पाक की ख़ुफ़्या तदबीर से बे ख़ौफ़ हो जाना, अल्लाह पाक की रह़मत से ना उम्मीद हो जाना, वालिदैन की ना फ़रमानी, और अल्लाह और उस के रसूल صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ पर झूट बांधना वग़ैरा, जब कि दूसरी जिल्द में 227 ज़ाहिरी गुनाहों का तज़किरा है । कबीरा गुनाहों की पहचान और जहन्नम में ले जाने वाले आ'माल की आगाही और ख़ौफे़ ख़ुदा ह़ासिल करने के लिये इस किताब को मक्तबतुल मदीना से हदिय्यतन त़लब फ़रमाइये, इस किताब की दोनों जिल्दें दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net पर मौजूद हैं जो कि पढ़ी (Read की) जा सकती हैं,