Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal

याद रखिये ! दुन्या की आग जहन्नम की आग के सत्तर जुज़ों में से एक जुज़ है । (صحیح مسلم، کتاب صفۃ الجنۃ وصفۃ نعیمھا وأھلھا، باب في شدۃ حر نار جہنم...إلخ، الحدیث: ۲۸۴۳، ص۱۵۲۳, बहारे शरीअ़त, 1/164)

जहन्नम की आग हज़ार बरस तक धोंकाई गई, यहां तक कि सुर्ख़ हो गई फिर हज़ार बरस और यहां तक कि सफे़द हो गई फिर हज़ार बरस और, यहां तक कि सियाह हो गई, तो अब वोह निरी सियाह है ।

(سنن الترمذي، کتاب صفۃ جھنم، باب منہ، الحدیث: ۲۶۰۰، ج۴، ص۲۶۶, बहारे शरीअ़त, 1/164)

ह़ज़रते सय्यिदुना जिब्रईले अमीन عَلٰی نَبِیِّنَاوَعَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام ने ताजदारे ह़रम, शहरे यारे इरम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से क़सम खा कर अ़र्ज़ की, कि अगर जहन्नम से सूई के नाके के बराबर खोल दिया जाए, तो तमाम ज़मीन वाले सब के सब उस की गर्मी से मर जाएं और क़सम खा कर कहा कि अगर जहन्नम का कोई दारोग़ा (या'नी मुह़ाफ़िज़) अहले दुन्या पर ज़ाहिर हो, तो ज़मीन के रहने वाले कुल के कुल उस की हैबत से मर जाएं और ब क़सम बयान किया कि अगर जहन्नमियों की ज़न्जीर की एक कड़ी दुन्या के पहाड़ों पर रख दी जाए, तो कांपने लगें और उन्हें क़रार न हो, यहां तक कि नीचे की ज़मीन तक धंस जाएं ।

(مجمع الزوائد، کتاب صفۃ النار، الحدیث: ۱۸۵۷۳، ج۱۰، ص۷۰۶۔۷۰۷,   बहारे शरीअ़त, 1/165) 

जिस को सब से कम दरजे का अ़ज़ाब होगा, उसे आग की जूतियां पहना दी जाएंगी, जिस से उस का दिमाग़ ऐसा खौलेगा जैसे तांबे की पतेली खौलती है, वोह समझेगा कि सब से ज़ियादा अ़ज़ाब उस पर हो रहा है, ह़ालांकि उस पर सब से हल्का है ।

(صحیح مسلم، کتاب الإیمان، باب أہون أھل النار عذاباً، الحدیث:۳۶۴(۲۱۲)، ص۱۳۴ , बहारे शरीअ़त, 1/164)

o اَللّٰھُمَّ اَجِرۡنِیۡ مِنَ النَّار

ऐ अल्लाह ! मुझे (जहन्नम की) आग से नजात अ़त़ा फ़रमा ।

oیَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ

ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले ।