Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal

ह़ज़रते सय्यिदुना अनस رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ से मरवी है कि ह़ुज़ूर नबिय्ये करीम, रऊफ़ुर्रह़ीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने इरशाद फ़रमाया : जिस ने दुन्या में अपने भाई की इ़ज़्ज़त की ह़िफ़ाज़त की, अल्लाह पाक क़ियामत के दिन एक फ़िरिश्ता भेजेगा जो जहन्नम से उस की ह़िफ़ाज़त फ़रमाएगा ।

(موسوعۃلِابْنِ اَبِی الدُّنْیا،باب ذَمُّ الْغِیبَۃ ج۴ ص۳۸۵ حدیث۱۰۵)

          याद रखिये ! मुसलमान की ग़ीबत करने वाले को रोकने की क़ुदरत होने की सूरत में रोक देना वाजिब है, रोकना सवाबे अ़ज़ीम और न रोकना बाइ़से अ़ज़ाबे अलीम (या'नी दर्दनाक अ़ज़ाब का बाइ़स) है । इस ज़िमन में दो फ़रामैने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ सुनिये :

  1. जिस के सामने उस के मुसलमान भाई की ग़ीबत की जाए और वोह उस की मदद पर क़ादिर हो और मदद करे, अल्लाह पाक दुन्या और आख़िरत में उस की मदद करेगा और अगर बा वुजूदे क़ुदरत उस की मदद नहीं की, तो अल्लाह पाक दुन्या और आख़िरत में उसे पकड़ेगा ।

(مُصَنَّف عَبد الرَّزّاق ج۱۰ص۱۸۸ رقم ۲۰۴۲۶)

  1. जो शख़्स अपने भाई के गोश्त से उस की ग़ैबत (या'नी अ़दमे मौजूदगी) में रोके (या'नी मुसलमान की ग़ीबत की जा रही थी, उस ने रोका) तो अल्लाह पाक पर ह़क़ है कि उसे जहन्नम से आज़ाद कर दे ।

(مِشْکاۃُ الْمَصابِیح ج ۳ص ۷۰ حدیث ۴۹۸۱, ग़ीबत की तबाहकारियां, स. 213)

o اَللّٰھُمَّ اَجِرۡنِیۡ مِنَ النَّار

ऐ अल्लाह ! मुझे (जहन्नम की) आग से नजात अ़त़ा फ़रमा ।

oیَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ

ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले ।

oبِرَحۡمَتِکَ یَآاَرۡحَمَ الرّٰحِمِیۡنَ

अपनी रह़मत के सबब हम पर रह़म फ़रमा, ऐ सब से बढ़ कर रह़म फ़रमाने वाले ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                             صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد