Book Name:Hajj Kay Mahine Kay Ibtidai 10 Din

छुंगलिया (यानी छोटी उंगली) समेत नाख़ुन काटे जाएं मगर अंगूठा छोड़ दीजिए, अब उल्टे हाथ की छुंगलिया (यानी छोटी उंगली) से शुरूअ़ कर के तरतीब वार अंगूठे समेत नाख़ुन काट लीजिए, अब आख़िर में सीधे हाथ के अंगूठे का नाख़ुन काटा जाए । (دُرِّمُختار،۹/۶۷۰, इह़याउल उ़लूम, 1 / 193) ٭ पाउं के नाख़ुन काटने की कोई तरतीब मन्क़ूल नहीं, बेहतर येह है कि सीधे पाउं की छुंगलिया (यानी छोटी उंगली) से शुरूअ़ कर के तरतीब वार अंगूठे समेत नाख़ुन काट लीजिए फिर उल्टे पाउं के अंगूठे से शुरूअ़ कर के छुंगलिया समेत नाख़ुन काट लीजिए । (ऐज़न) ٭ जनाबत की ह़ालत (यानी ग़ुस्ल फ़र्ज़ होने की सूरत) में नाख़ुन काटना मक्रूह है । (आ़लमगीरी, 5 / 358) ٭ दांत से नाख़ुन काटना मक्रूह है और इस से बर्स यानी कोढ़ के मरज़ का अन्देशा है । (ऐज़न) ٭ नाख़ुन काटने के बाद उन को दफ़्न कर दीजिए । (ऐज़न)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد