Book Name:Faizan-e-Ghous-ul-Azam
बच्चों को अल्लाह ! अल्लाह ! केहना सिखाओ
ऐ आ़शिक़ाने ग़ौसे आज़म ! हमें भी चाहिए कि अपने बच्चों को दूसरी फ़ुज़ूल बातें सिखाने के बजाए अल्लाह पाक और उस के रसूल صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का ज़िक्र सिखाएं, اِنْ شَآءَ اللّٰہ इस का बच्चों पर अच्छा असर पड़ेगा । चुनान्चे, मक्तबतुल मदीना की किताब "इस्लामी ज़िन्दगी" में बच्चों की परवरिश का इस्लामी त़रीक़ा लिखा है जिस का ख़ुलासा येह है : ٭ जब बच्चा बोलने के लाइक़ हो, तो उसे अल्लाह पाक का नाम सिखाओ, पेहले माएं अल्लाह ! अल्लाह ! केह कर बच्चों को सुलाती थीं मगर अफ़्सोस ! अब तो त़रह़ त़रह़ के म्यूज़िक वाले खिलौने बच्चे के पास रखे जाते हैं । ٭ जब बच्चा समझदार हो जाए, उस के सामने ऐसे काम न किए जाएं जिन से बच्चों के अख़्लाक़ पर असर पड़े क्यूंकि बच्चे अपने सामने किए जाने वाले कामों की नक़्ल करते हैं, लिहाज़ा उन के सामने नमाज़ पढ़ें, क़ुरआने करीम की तिलावत करें ताकि उन में भी येह आ़दात पैदा हों । ٭ जब बच्चे काफ़ी समझदार हो जाएं, तो उन्हें कलिमे, नमाज़, ईमाने मुज्मल, ईमाने मुफ़स्सल और वुज़ू, ग़ुस्ल वग़ैरा के अह़काम सिखाए जाएं । (इस्लामी ज़िन्दगी, स. 30, मुलख़्ख़सन)
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! बच्चों की तरबियत के लिए एक प्यारा और ऐसा आसान त़रीक़ा है कि अगर हर घर में येह त़रीक़ा राइज हो जाए, घर के बड़े या सरपरस्त इस त़रीके़ को नाफ़िज़ करें, तो अल्लाह पाक की रह़मत से उम्मीद है कि हमारे बच्चे, छोटी उ़म्र से ही अल्लाह ! अल्लाह ! अल्लाह ! करना सीखेंगे, नातें गुनगुनाएंगे, दुरूदो सलाम पढ़ेंगे, येह त़रीक़ा अपनाने की बरकत से बच्चों की तरबियत के साथ साथ हर घर में सुन्नतों की बहारें आना शुरूअ़ हो जाएंगी, येह त़रीक़ा अपनाने की बरकत से हर घर अमन का गेहवारा बनता चला जाएगा, येह त़रीक़ा अपनाने की बरकत से घर से बलाएं और मुसीबतें दूर होंगी । आ़शिक़ाने रसूल येह सोच रहे होंगे कि आख़िर वोह कौन सा त़रीक़ा है कि जिस को नाफ़िज़ करने से इतनी सारी बरकतें नसीब हो सकती हैं ? गुज़ारिश है कि तमाम इस्लामी भाई इस त़रीके़ को अपने घर में नाफ़िज़ करें ताकि हमारे बच्चों की तरबियत भी हो और वोह शुरूअ़ से ही अल्लाह ! अल्लाह ! अल्लाह ! करने वाले बन जाएं ।
तवज्जोह के साथ सुनिए ! वोह त़रीक़ा कौन सा है ? जी हां ! वोह त़रीक़ा है मदनी चेनल देखना । हम में से इस वक़्त कई ऐसे आ़शिक़ाने रसूल होंगे कि जिन के घरों में मदनी चेनल चलने की बरकत से बहुत सारी बरकतें मिलने के साथ साथ उन के बच्चों की तरबियत भी हुई होगी । जिस घर में अभी तक मदनी चेनल नहीं चला या कभी कभी चलता है, वोह घरवाले भी एक बार मदनी चेनल लगा कर तो देखें, इस में