Book Name:Ikhtiyarat-e-Mustafa (12Shab)
सिर्फ़ उसी को ह़राम जानेंगे । (फिर फ़रमाया :) اَلَا وَاِنَّ مَا حَـرَّمَ رَسْوْلُ اللهِ صَلَّى اللهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ مِثْلَ مَا حَـرَّمَ اللهُ ख़बरदार ! जिस चीज़ को अल्लाह पाक का रसूल ह़राम कर दे, वोह भी अल्लाह पाक की त़रफ़ से ह़राम कर्दा की त़रह़ ह़राम है ।
(ابنِ ماجہ،کتاب السنہ،باب تعظیم حدیث رسول اللہ…الخ،۱/۱۶،حدیث:۱۲)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
याद रहे ! अल्लाह पाक ने दुन्या में कमो बेश एक लाख चौबीस हज़ार पैग़म्बर भेजे और उन्हें त़रह़ त़रह़ के मो'जिज़ात और बे मिसाल इख़्तियारात से मुशर्रफ़ फ़रमाया । मसलन ह़ज़रते सय्यिदुना ई़सा عَلَیْہِ السَّلَام को मुर्दे ज़िन्दा करने, कोढ़ (या'नी एक मरज़ जो ख़ून की ख़राबी से पैदा होता है) और बर्स (या'नी सफे़द दाग़) की बीमारी दूर करने के इख़्तियारात व मो'जिज़ात अ़त़ा फ़रमाए । ह़ज़रते सय्यिदुना सुलैमान عَلَیْہِ السَّلَام को जिन्नों और हवाओं पर ह़ुकूमत करने और तीन मील से च्यूंटी की आवाज़ सुनने वग़ैरा जैसे इख़्तियारात अ़त़ा फ़रमाए और जब अल्लाह पाक ने शाहे बनी आदम, शाफे़ए़ उमम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को रसूल बना कर भेजा, तो चूंकि आप अव्वलीन व आख़िरीन के सरदार बनाए गए हैं, लिहाज़ा अल्लाह पाक ने आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को पिछले अम्बिया व रुसुल عَلَیْہِمُ السَّلَام से बढ़ कर फ़ज़ाइलो कमालात व इख़्तियारात का मालिक बनाया, ह़त्ता कि आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को चांद सूरज पर भी इख़्तियार अ़त़ा फ़रमाया । चुनान्चे,
दा’वते इस्लामी के इशाअ़ती इदारे मक्तबतुल मदीना का मत़बूआ़ रिसाला "नूर का खिलौना" के सफ़ह़ा नम्बर 6 पर हैं : ह़ज़रते सय्यिदुना अ़ब्बास رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ से रिवायत है कि आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ ने रसूले अकरम, नूरे मुजस्सम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से अ़र्ज़ की : या रसूलल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ! मुझे तो आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की नुबुव्वत की निशानियों ने आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ