Book Name:Mot ke Holnakian Shab-e-Bra'at
)16(...सदक़ा देने से क़ब्र की गर्मी दूर होती है
ह़ज़रते सय्यिदुना उ़क़्बा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ से रिवायत है कि सय्यिदुल मुबल्लिग़ीन, रह़मतुल्लिल आलमीन صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया : बेशक किसी शख़्स का सदक़ा उस की क़ब्र से गर्मी को दूर कर देता है और क़ियामत के दिन मोमिन अपने सदके़ के साए में होगा । (المعجم الکبیر،الحدیث۷۸۸،ج۱۷، ص۲۸۶)
सय्यिदुल मुर्सलीन, जनाबे रह़मतुल्लिल आलमीन صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया कि जब आलिम फ़ौत होता है, तो उस का इ़ल्म क़ियामत तक क़ब्र में उस को मानूस करने के लिये मुतशक्किल हो कर (या'नी शक्ल इख़्तियार कर के) रहता है और ज़मीन के कीड़ों को दूर करता है ।
(شرح الصدور للسیوطی،باب احادیث الرسول ﷺ فی عدۃ امور،ص۸۵۱)
औलाद को इ़ल्मे दीन सिखाने की बरकत
ह़ज़रते सय्यिदुना ई़सा रूहु़ल्लाह عَلٰی نَبِیِّناوَعَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلام एक क़ब्र के पास से गुज़रे, तो देखा कि क़ब्र में मुर्दे को अ़ज़ाब हो रहा था । कुछ देर बा'द फिर गुज़रे, तो देखा कि क़ब्र में नूर ही नूर है और वहां अल्लाह पाक की रह़मत बरस रही है । आप عَلَیْہِ السَّلَام बहुत है़रान हुवे और अल्लाह पाक की बारगाह में अ़र्ज़ की : या अल्लाह पाक ! मुझे इस का राज़ बता दे कि पहले इस पर अ़ज़ाब क्यूं हो रहा था और अब इसे जन्नत की ने'मतें कैसे मिल गईं ? अल्लाह पाक ने इरशाद फ़रमाया : ऐ ई़सा ! येह सख़्त गुनहगार और बदकार था, इस वजह से अ़ज़ाब में गिरिफ़्तार था, मरने के बा'द इस के घर लड़का पैदा हुवा और आज उस को मद्रसे भेजा गया, उस्ताज़ ने उसे बिस्मिल्लाह पढ़ाई, मुझे ह़या आई कि मैं ज़मीन के अन्दर उस शख़्स को अ़ज़ाब दूं जिस का बच्चा ज़मीन पर मेरा नाम ले रहा है ! (التفسیرالکبیر،الباب الحادی عشر،ج۱،ص۵۵۱)