Book Name:Mot ke Holnakian Shab-e-Bra'at
तो अल्लाह पाक और उस के रसूल صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की नाराज़ी की सूरत में सिवाए ह़सरतो नदामत के कुछ हाथ न आएगा ।
जिस ने फ़राइज़ के साथ साथ नवाफ़िल की भी पाबन्दी की, रमज़ानुल मुबारक के इ़लावा नफ़्ली रोज़े भी रखे, कूचा कूचा, गली गली नेकी की दा'वत की धूमें मचाईं, क़ुरआने पाक की ता'लीम न सिर्फ़ ख़ुद ह़ासिल की बल्कि दूसरों को भी दी, चौक दर्स देने में हिच्किचाहट मह़सूस न की, घर दर्स जारी किया, सुन्नतों की तरबिय्यत के मदनी क़ाफ़िलों में बा क़ाइ़दगी से सफ़र करने के साथ साथ दीगर मुसलमानों को भी इस की तरग़ीब दिलाई, रोज़ाना मदनी इन्आमात का रिसाला पुर कर के हर माह अपने ज़िम्मेदार को जम्अ़
करवाया, अल्लाह पाक और उस के प्यारे रसूल صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के फ़ज़्लो करम से ईमान सलामत ले कर दुन्या से रुख़्सती हुई, तो اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ उस की क़ब्र में ह़श्र तक रह़मतों का दरया मौजें मारता रहेगा और नूरे मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के चश्मे लहराते रहेंगे ।
क़ब्र में लहराएंगे ता ह़श्र चश्मे नूर के
जल्वा फ़रमा होगी जब त़ल्अ़त रसूलुल्लाह की
(ह़दाइके़ बख़्शिश, बादशाहों की हड्डियां, स. 17)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! याद रखिये ! सच्ची तौबा करने वाला गुनाहों से पाक कर दिया जाता है । जैसा कि फ़रमाया गया कि गुनाहों से तौबा करने वाला ऐसा है जैसे उस ने गुनाह किया ही नहीं ।
इस मुबारक शब में अल्लाह तबारक व तआला बनी कल्ब की बकरियों के बालों से भी ज़ियादा लोगों को जहन्नम से आज़ाद फ़रमाता है । किताबों में लिखा है : क़बीलए बनी कल्ब, क़बाइले अ़रब में सब से ज़ियादा बकरियां पालता था । आह ! कुछ बद नसीब ऐसे भी हैं जो इस शबे बराअत या'नी छुटकारा पाने की रात भी नहीं बख़्शे जाते । ह़ज़रते सय्यिदुना इमाम बैहक़ी शाफे़ई़ عَلَیْہِ رَحْمَۃُ اللہِ الْکَافِی "फ़ज़ाइलुल अवक़ात" में नक़्ल करते हैं, रसूले अकरम, नूरे