Book Name:Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441
﴾3﴿...चेहरा ऐसा जैसे सूरज चमक रहा हो
एक मरतबा ह़ज़रते अ़म्मार बिन यासिर رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ के पोते ह़ज़रते अबू उ़बैदा رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ ने ह़ज़रते रबीआ़ बिन्ते मस्ऊ़द رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا से अ़र्ज़ की : आप मुझे ह़ुज़ूरे अन्वर صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के ह़ुस्नो जमाल के बारे में कुछ बताएं । उन्हों ने कहा : يَا بُنَىَّ لَوْ رَاَيْتَهُ رَاَيْتَ الشَّمْسَ طَالِعَةً ऐ बेटे ! अगर तू ह़ुज़ूरे पाक صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का चेहरए अक़्दस देखता, तो तुझे ऐसा लगता जैसे सूरज चमक रहा हो । (دارمی، باب فی حسن النبی ،۱/۴۴)
सरकार की आमद...मरह़बा सरदार की आमद...मरह़बा
प्यारे की आमद...मरह़बा अच्छे की आमद...मरह़बा
सच्चे की आमद...मरह़बा सोहने की आमद...मरह़बा
मोहने की आमद...मरह़बा मुख़्तार की आमद...मरह़बा
पुरनूर की आमद...मरह़बा सरापा नूर की आमद...मरह़बा
आमिना के फूल की आमद...मरह़बा
रसूले मक़्बूल की आमद...मरह़बा
मरह़बा या मुस्त़फ़ा मरह़बा या मुस्त़फ़ा
मरह़बा या मुस्त़फ़ा मरह़बा या मुस्त़फ़ा
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दर्स"
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! फै़ज़ाने मुस्त़फ़ा के जाम पीने और अपने दिलों को इ़श्के़ मुस्त़फ़ा से आबाद रखने के लिए आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता रेहते हुवे ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिए । ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में से रोज़ाना का एक मदनी काम "मदनी दर्स" भी है, जो इ़ल्मे