Book Name:Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441
जब सरकारे मदीना صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ इस काइनात में तशरीफ़ लाए, तो एक नूर निकला जिस से हर चीज़ रौशन हो गई, यहां तक कि नूर के इ़लावा कुछ भी नज़र न आता था । (خصائص کبری،باب ما ظہر فی لیلۃ مولدہ من المعجزات و الخصائص، ۱/۷۸)
नूरे मुस्त़फ़ा और चराग़ की रौशनी
ह़ज़रते सफ़िय्या बिन्ते अ़ब्दुल मुत़्त़लिब رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا फ़रमाती हैं : ह़ुज़ूरे अक़्दस صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की विलादत के वक़्त मैं ह़ज़रते सय्यिदतुना आमिना رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا की ख़िदमत में ह़ाज़िर थी, मैं ने देखा कि ह़ुज़ूरे अक़्दस صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का नूर, चराग़ के नूर को मग़लूब कर रहा है । उस रात मैं ने चन्द निशानियां देखीं : ٭ जब ह़ुज़ूरे अक़्दस صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ पैदा हुवे, तो फ़ौरन सजदा किया । ٭ जब आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने सजदे से सर उठाया, तो फ़रमाया : لَاۤاِلٰہَ اِلَّا اللہُ اِنِّیْ رَسُوْلُ اللہِ । ٭ पूरे घर को मैं ने आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के चेहरए अन्वर के नूर से रौशन पाया । ٭ मैं ने चाहा कि आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को नेहलाऊं लेकिन एक ग़ैबी आवाज़ आई : ऐ सफ़िय्या (رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا) ! अपने आप को तक्लीफ़ मत दे क्यूंकि हम ने अपने मह़बूब (صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ) को पाको साफ़ पैदा किया है । ٭ ह़ुज़ूरे अक़्दस صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ख़तना किए हुवे पैदा हुवे हैं । (شواہد النبوۃ ،رکن الثانی ، ص ۳۳ملخصًا)
तमाम आ़लम को रौशन करने वाला चराग़
ह़ज़रते अ़ब्दुल्लाह बिन अ़ब्बास رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُمَا फ़रमाते हैं : जिस रात ह़ुज़ूरे अन्वर صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का नूरे नुबुव्वत ह़ज़रते सय्यिदतुना आमिना رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا के मुबारक पेट में मुन्तक़िल हुवा, तो ज़मीन के तमाम चार पाउं वाले जानवरों, ख़ुसूसन क़ुरैश के जानवरों को अल्लाह करीम ने बोलने की क़ुव्वत अ़त़ा फ़रमाई और उन्हों ने येह एलान किया : आज अल्लाह करीम का वोह मुक़द्दस रसूल मां के पेट में मुन्तक़िल हो गया है जिस के सर पर